यह कहानी है वरुण खरे की जिन्होंने अपने पिता को बचपन में खो दिया था। वरुण हमेशा से ही अपने परिवार को अपनी जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान दिया। पर एक दिन उसके परिवार भी उसके खिलाफ़ थे। अगर किसी ने उसका साथ दिया तो व थे येशु मसीह ।
वरुण खरे की तीन बहने थी, वह अपनी दूसरी बहेन के काफी करीब थे। उसकी फ्रेंड थी अंसुल जो चेन्नई किसी काम से गई हुई थी। वहा उसे येशु मसीह के बारे में पता चला और उसने अपना जीवन येशु मसीह को अर्पित किया। उसने वरुण की बहेन से येशु मसीह के बारे में बताया की अगर तुम्हें कोई भी समस्या होगी तो येशु मसीह तुम्हें अपने वचनों द्वारा उसका समाधान देंगे ! तब वरुण ने अपने बुरे सपनो के लिए बाइबिल पढ़ना शुरु किया। जिससे बुरे सपने आने बंद हो गए।वरुण ने येशु मसीह को अपने जीवन में महसूस किया वो वचनो द्वारा उससे बाते करते थे। अंसुल के कहने पर वरुण, अंसुल के साथ प्रेयर मीटिंग ,और चर्च जाना शुरु किया ९ महिने बाहर रह कर जब व अपने घर आया तब उसकी माँ और बहनों ने उससे बाते करनी बंद कर दिया था। उनसे यभी सुनने को मिला की वह किसी काम का नहीं है। जिस रिश्तो को वह अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान दे रखा था आज उन्हीं से ऐसी बाते सुन वह पूरी तरा टूट चुका था वह घर छोड़ आत्महत्या के लिया निकल गया। तभी उसे घर वालों और अंसुल के काफी फ़ोन आने लगे।उसने अंसुल के कॉल रिसीव किया ,अंसुल ने उसी वक्त उसे वह आने को कहा और वह जब अनुसल के घर गया जो भी उसे पहले मिला उसके गले लगकर वह रोने लगा। जब वह कमरे में गया तब उसने वह एक क्रिस्टेन केलिन्डर देखा जिस में लिखा था I will bless you on this day onwards...यह देख काफी सुकून मिला और यह बात काफी सच्च हुई येशु मसीह उसके दोष बने और आज उसकी माँ उसमे येशु मसीह की छवि देखती है। येशु की आशिरवाद से उसे अच्छी पत्नी और दो बच्चे मिले। जब वह पिछे मुरके देखते है तो व एक कमज़ोर व्यक्ति था पर आज वह कमजोर नहीं एक ताकतवर व्यक्ति है ईस्वर ने उसे ताकतवर इंसा बनाया। वचन में लिखा है WHEN I AM WEEK AM STRONG
वरुण खरे की तीन बहने थी, वह अपनी दूसरी बहेन के काफी करीब थे। उसकी फ्रेंड थी अंसुल जो चेन्नई किसी काम से गई हुई थी। वहा उसे येशु मसीह के बारे में पता चला और उसने अपना जीवन येशु मसीह को अर्पित किया। उसने वरुण की बहेन से येशु मसीह के बारे में बताया की अगर तुम्हें कोई भी समस्या होगी तो येशु मसीह तुम्हें अपने वचनों द्वारा उसका समाधान देंगे ! तब वरुण ने अपने बुरे सपनो के लिए बाइबिल पढ़ना शुरु किया। जिससे बुरे सपने आने बंद हो गए।वरुण ने येशु मसीह को अपने जीवन में महसूस किया वो वचनो द्वारा उससे बाते करते थे। अंसुल के कहने पर वरुण, अंसुल के साथ प्रेयर मीटिंग ,और चर्च जाना शुरु किया ९ महिने बाहर रह कर जब व अपने घर आया तब उसकी माँ और बहनों ने उससे बाते करनी बंद कर दिया था। उनसे यभी सुनने को मिला की वह किसी काम का नहीं है। जिस रिश्तो को वह अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान दे रखा था आज उन्हीं से ऐसी बाते सुन वह पूरी तरा टूट चुका था वह घर छोड़ आत्महत्या के लिया निकल गया। तभी उसे घर वालों और अंसुल के काफी फ़ोन आने लगे।उसने अंसुल के कॉल रिसीव किया ,अंसुल ने उसी वक्त उसे वह आने को कहा और वह जब अनुसल के घर गया जो भी उसे पहले मिला उसके गले लगकर वह रोने लगा। जब वह कमरे में गया तब उसने वह एक क्रिस्टेन केलिन्डर देखा जिस में लिखा था I will bless you on this day onwards...यह देख काफी सुकून मिला और यह बात काफी सच्च हुई येशु मसीह उसके दोष बने और आज उसकी माँ उसमे येशु मसीह की छवि देखती है। येशु की आशिरवाद से उसे अच्छी पत्नी और दो बच्चे मिले। जब वह पिछे मुरके देखते है तो व एक कमज़ोर व्यक्ति था पर आज वह कमजोर नहीं एक ताकतवर व्यक्ति है ईस्वर ने उसे ताकतवर इंसा बनाया। वचन में लिखा है WHEN I AM WEEK AM STRONG
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